सरायकेला
सरायकेला जिला फूड एंड ड्रग कंट्रोल ऑफिस. इसके भीतर क्या हो रहा है यहां प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और यक्ष्मा केंद्र भी है.किस तरह यहां दवाइयों को जलाया गया है. इनमें पैरासिटामोल से लेकर एंटीबायोटिक दवाइयां, सिरिंज सहित जीवन रक्षक दवाइयों को भी जलाया गया है. इसमें कुछ एक्सपायरी डेट की दवाइयां हैं कुछ के डेट रहते आग के हवाले कर दिया गया है. इतना ही नहीं दवाइयों का भंडारण किस तरह से है सवाल ये है कि इसकी जिम्मेदारी किसकी है. इस संबंध में न सिविल सर्जन बोलने को तैयार हैं न विभाग में कोई अधिकारी ऐसा नजर आया जो सामने आकर बताए कि आखिर माजरा क्या है.
राज्य की गरीब जनता ईलाज और दवाइयों के अभाव में दम तोड़ रही है और सरकार के इस विभाग में दवाइयों की ये दुर्दशा हो रही है, क्या स्वास्थ्य मंत्री और मुख्यमंत्री इसपर संज्ञान लेंगे ? वैसे इस मामले को लेकर भाजपा जिलाध्यक्ष विजय महतो और सरायकेला नगर पंचायत के पूर्व उपाध्यक्ष सह भाजपा नेता मनोज कुमार चौधरी ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए सरकार को कटघरे में खड़ा किया है. उन्होंने जिले के उच्च अधिकारियों से जांच की मांग करते हुए दोषियों को चिन्हित कर कार्रवाई की मांग की है. साथ ही चेतावनी दिया है कि यदि मामले पर संज्ञान नहीं लिया गया तो न्यायालय का दरवाजा खटखटाएंगे.