चांडिल। विस्थापित गुरुचरण साव के दर्द को समझे सरकार रांची के सांसद श्री संजय सेठ ने कहा कि डैम से छलांग लगाने का निर्णय किस परिस्थिति में लिया सरकार और मैनेजमेंट के लापरवाही का नतीजा है जहां विस्थापितों को नजरअंदाज कर सिर्फ अपनी रोटियां सेकने में लगी है प्रशासन एवं झारखंड सरकार से विस्थापितों के लिए उनकी मांग बिल्कुल जायज है । सरकार को विस्थापितों। की समस्याओं का समाधान करना चाहिए सालों साल से विस्थापितों की समस्याओं का समाधान नहीं होने के कारण वहां के विस्थापित अपनी जान देने पर तुले हुए हैं सरकार और प्रशासन को इस पर गंभीरता पूर्वक विचार करते हुए वहां के विस्थापितों की समस्याओं का समाधान करना चाहिए डैम का जलस्तर 180 रखने की मांग शुरू से की जा रही है मेरे द्वारा भी कई बार पत्राचार किया गया है परंतु सरकार और प्रशासन इस पर गंभीरता पूर्वक विचार नहीं कर अपना मनमानी करने पर उतारू है वहां के विस्थापित दर दर की ठोकर खाने को मजबूर है और अगर हक और अधिकार के लिए जल सत्याग्रह या और भी आंदोलन करने का प्रयास करते है तो यह सरकार उसे दबाने और कुचलने का प्रयास कर रही है।
माननीय मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ईचागढ़ चुनावीमें कहा था कि उनकी सरकार बनते ही विस्थापन आयोग का गठन किया जाएगा एवं विस्थापितों को न्याय दिलाया जाएगा । आज उनके सरकार के 4 साल पूरे होने को है अभी तक विस्थापितों को न्याय नहीं मिला है