2019 चुनाव के समय मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने चांडिल डैम के नीचे गांगुडीह मैदान में विधायक सविता महतो के जनसभा में खुद विस्थापितों से वादा किया था कि झामुमो की सरकार बनने पर चांडिल डैम के विस्थापितों के लिए विस्थापन आयोग का गठन करेंगे। झामुमो की सरकार बनने के बाद करीब चार साल बीतने जा रहा है लेकिन विस्थापन आयोग का गठन नहीं किया गया। इससे स्पष्ट होता है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और झामुमो सरकार ने हम चांडिल डैम के विस्थापितों को धोखा देने का काम किया है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन धोखेबाज है, जनता से झूठ बोलते हैं।
अब जो स्थिति है बेहद दुखद है। राज्य सरकार हम विस्थापितों को प्रताड़ित करने का काम कर रही हैं। विस्थापितों को परेशान किया जा रहा है। विस्थापन आयोग बनाने के नाम पर वोट लेने वाली झामुमो सरकार अब बारिश के मौसम में डैम का जलस्तर बढाने का काम कर रही हैं। डैम का जलस्तर बढ़ने से गरीबी के घर, खेत, खलिहान डूब रहे हैं और यहां के जनप्रतिनिधि बड़े चैन की नींद से सो रहे हैं। यदि कोई विस्थापित अपने अधिकार की मांग कर रहे हैं तो उन्हें पुलिस द्वारा जेल भेज दिया जा रहा है। आजसू पार्टी पुलिस से जानना चाहती हैं कि आखिर गुरुचरण साव ने ऐसा क्या काम किया है जिसके चलते उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। गुरुचरण साव ने विस्थापितों को नौकरी, पुनर्वास तथा डैम का जलस्तर कम रखने का मांग किया था जो कि जायज है। गुरुचरण साव निर्दोष है, बेवजह जेल भेज देना गलत है। हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं।
सच्चाई यही है कि हेमंत सरकार और यहां के जनप्रतिनिधि चांडिल डैम के विस्थापितों के प्रति हीन भावना रखती हैं। वह कभी नहीं चाहते हैं कि ईचागढ़ विधानसभा के गरीब लोगों को अधिकार मिले। पिछले साढ़े तीन साल के भीतर ईचागढ़ विधानसभा के अनेकों निर्दोष लोगों को कहीं न कहीं सत्ता के इशारे पर जेल भेजा गया है और आम जनता के आवाज को दबाने का प्रयास किया जा रहा है। लेकिन सत्ता के नशे में चूर होकर जो लोग जनता को प्रताड़ित कर रहे हैं, उन्हें आजसू पार्टी नहीं छोड़ने वाली है। आजसू पार्टी हर गलत काम का विरोध करती हैं। जनता के हित में आजसू पार्टी हमेशा आवाज उठाने का काम किया है। फिलहाल केंद्रीय सचिव हरेलाल महतो डुमरी उपचुनाव में व्यस्त हैं। हरेलाल महतो के डुमरी से लौटने पर आंदोलन की रूपरेखा तैयार किया जाएगा।
प्रेस कांफ्रेंस में जिला उपाध्यक्ष बासुदेव प्रमाणिक, जिला सचिव प्रवीण महतो, प्रदीप गिरी आदि मौजूद थे।