वैसे शहर भर मे लगभग 530 मूर्तियों का विसर्जन अलग अलग नदी घाटों मे किया गया, वैसे तमाम नगरपालिकाओं ने पूजन सामग्री इकठ्ठा करने हेतु अलग से कुंड का निर्माण किया था, वहीँ प्रतिमा का विसर्जन नदियों मे किया गया था, गुरुवार सुबह से ही तमाम नदी घाटों मे सफाई कार्य शुरू कर दिया गया, नदियों मे बहाये गए मूर्तियों के अवशेष को नदी से बाहर निकाला गया, और जल्द ही नदियों की सफाई कार्य को पूर्ण कर लिया जायेगा,