जहां झारखंड असंगठित मजदूर संघ ने प्रेस कांफ्रेंस कर बीते 31 मार्च को हुए फैसले का अनुपालन नहीं करने का आरोप लगाया है. इस संबंध में जानकारी देते हुए संघ के अध्यक्ष रमेश मुखी ने बताया, कि उप श्रमक्रम अधीक्षक के कार्यालय में त्रिपक्षीय वार्ता के तहत हुए फैसले का अनुपालन नहीं करने से मजदूरों के समक्ष दुविधा की स्थिति है. तीनों निकायों के मजदूरों को सरकार द्वारा निर्धारित श्रम कानून के तहत सुविधा नहीं मिल रही है, जिससे सफाई कर्मियों का मनोबल प्रभावित हो रहा है. उन्होंने बताया कि किसी भी निकाय में न्यूनतम मजदूरी बोनस पीएफ ईएसआईसी जैसी मूलभूत सुविधाएं नियमित रूप से नहीं दी जा रही है. जिससे मजदूरों में आक्रोश है, सभी मजदूर हरिजन एवं निम्न वर्ग के हैं. कभी भी पुनः आंदोलन के लिए बाध्य हो सकते हैं. ऐसे में विभागीय स्तर पर इसकी पहल की जानी चाहिए, और मजदूरों को उनका उचित हक मिलना चाहिए. उन्होंने बताया, कि सभी मजदूर पिछले 10- 15 सालों से नियमित रूप से निकायों में सेवा दे रहे हैं.