सौंपे गए ज्ञापन के माध्यम से भाजपाइयों ने बताया कि बीज सूख जाने के कारण खेती की संभावना क्षीण हो गई है अतः किसानों को रूपए 25000 प्रति एकड़ का मुआवजा देने, पशुओं के लिए चारे की व्यवस्था करने, वैकल्पिक फसल योजना बनाने एवं किसानों को कम पानी के फसल का बीज उपलब्ध कराने, बिजली बिल माफ करने, किसानों को डीजल में 50% अनुदान देने, किसान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से किसानों को रूपए दो लाख तक का ऋण उपलब्ध कराने, ऋण वसूली पर तत्काल रोक लगाने, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को लागू करने, धान अधिप्राप्ति की राशि का संपूर्ण भुगतान अविलंब करने की मांग की है.