जमशेदपुर: बारीडीह गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान पद के चुनाव की तैयारी पूरी कर चुकी कमेटी ने गुप्त मतदान प्रक्रिया संपन्न कराने के लिए सोमवार को एसडीओ से इजाजत मांगी है. वहीं इसके साथ ही परस्पर सहमति बनाने के लिए भी प्रयास शुरू कर दिया है और इसके लिए प्रधान जसपाल सिंह एवं उनकी पूरी कार्यसमिति ने सुरजीत सिंह खुशीपुर को अधिकृत किया है. सुरजीत सिंह को पत्र लिखकर कमेटी ने यह जानकारी दे दी है और उनसे आग्रह किया है कि वे स्थाई समाधान हेतु ट्रस्ट का गठन करें और ट्रस्टी के नामों पर भी सहमति बनाए. इसके साथ ही नए प्रधान, महासचिव, वरीय उपाध्यक्ष एवं कैशियर तथा ऑडिटर पद पर भी उन्हें सहमति बनाने का अधिकार दिया है.
प्रधान जसपाल सिंह एवं महासचिव सुखविंदर सिंह के अनुसार बारीडीह की संगत की ओर से कमेटी को निवेदन किया जा रहा है कि यहां गुटबाजी खत्म होनी चाहिए. यही कारण है कि कमेटी इस दिशा में बढ़ रही है, अन्यथा बारीडीह की परंपरा के अनुसार वही चुनाव प्रक्रिया में शामिल हो सकता है अथवा प्रधान पद पर दावेदारी कर सकता है जिन्होंने सदस्यता शुल्क समय पर जमा कराया हो. सदस्यता शुल्क के आधार पर ही 2017 से 2020 के सदस्यों की सूची तैयार है. उसी के आधार पर चुनाव होना है परंतु गुरु घर की मर्यादा एवं पंथ की चढ़दी कला के लिए संगत में एकता जरूरी है और इसके लिए सभी को थोड़ा बहुत त्याग करना पड़ सकता है.
जसपाल सिंह के अनुसार कमेटी जो उन्हें भूमिका देगी वह अदा करेंगे परंतु वे अब अध्यक्ष अथवा महासचिव नहीं बनना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि ट्रस्ट का गठन हो जाने पर प्रत्येक तीन साल पर प्रधान पद के चुनाव में ट्रस्टियों की भूमिका महत्वपूर्ण हो जाएगी. कार्यकारिणी स्वतंत्र रूप से तीन साल काम करेगी परंतु ट्रस्टियों की जिम्मेदारी यह होगी कि वह देखे कि गुरुद्वारा के अहित में कोई काम नहीं हो रहा हो. इधर सुरजीत सिंह खुशीपुर ने बताया कि वह सभी से खुले मन से मिलकर स्थाई समाधान निकालेंगे, जिससे किसी के मन में शंका नहीं हो और भविष्य में कभी भी किंतु परंतु जैसे सवाल नहीं उठें.