
जमशेदपुर: नक्सलियों द्वारा 20 जुलाई से 3 अगस्त तक घोषित बंदी को लेकर कोल्हान में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत कर दिया गया है। पुलिस मुख्यालय से लेकर थानों तक अलर्ट जारी कर दिया गया है। सभी थाना प्रभारियों को लगातार गश्त करने और संदिग्ध गतिविधियों पर पैनी नजर रखने का आदेश दिया गया है, ताकि किसी भी तरह की अनहोनी को रोका जा सके।
इस सिलसिले में कोल्हान क्षेत्र के डीआईजी अनुरंजन किस्पोट्टा ने बुधवार को जमशेदपुर पहुंचकर वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। यह बैठक एसएसपी कार्यालय में हुई, जिसमें एसएसपी पीयूष पांडेय, सिटी एसपी, ग्रामीण एसपी, सभी डीएसपी और थाना प्रभारी शामिल हुए।
बैठक में डीआईजी ने कहा कि पश्चिमी सिंहभूम जिला नक्सल प्रभावित इलाका है, जहां लगातार अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि पिछले पांच सालों से लंबित सभी आपराधिक मामलों की फाइलों को फिर से खोला जाए और तेजी से कार्रवाई करते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाए। जानकारी के अनुसार, ऐसे करीब 70 मामले हैं जिनमें अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो पाई है।
इसके अलावा दो साल से पुराने मामलों को भी सुलझाने पर ज़ोर दिया गया है। डीआईजी ने सभी फरार आरोपियों की सूची बनाकर उन्हें पकड़ने के लिए विशेष टीम बनाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि अपराधियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा और नक्सलियों की कोई भी साजिश सफल नहीं होने दी जाएगी।
नक्सली बंदी के दौरान किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए पुलिस पूरी तरह मुस्तैद है। कोल्हान के संवेदनशील इलाकों में तलाशी अभियान तेज कर दिया गया है और लगातार गश्त की जा रही है, ताकि आम नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।