
जमशेदपुर : विश्व हिंदू परिषद की महिला इकाई दुर्गा वाहिनी ने शहर की तमाम दुर्गा पूजा समितियों से अपील की है कि वे अपने-अपने पंडालों में पूजा-अर्चना पूर्णतः सनातन परंपरा के अनुसार संपन्न कराएं।
शनिवार को आयोजित एक पत्रकार वार्ता में संगठन की सदस्यों ने कहा कि आजकल पूजा समितियों द्वारा पंडालों का उद्घाटन फीता काटकर किया जाता है, जबकि सनातन संस्कृति में उद्घाटन का पारंपरिक तरीका श्रीफल फोड़ना है। उन्होंने सभी समितियों से आग्रह किया कि वे इस परंपरा को ही अपनाएं।
दुर्गा वाहिनी ने आगामी गरबा और डांडिया कार्यक्रमों को लेकर भी सुझाव दिए। संगठन ने कहा कि इन आयोजनों में महिलाओं की सुरक्षा सर्वोपरि है, इसलिए किसी भी ग़ैर-सनातनी को प्रवेश न दिया जाए। प्रवेश से पूर्व प्रतिभागियों और दर्शकों के आधार कार्ड की जांच अनिवार्य की जानी चाहिए।
सदस्यों ने कहा कि दुर्गा पूजा महज उत्सव नहीं बल्कि आस्था और संस्कृति का प्रतीक है, इसलिए समितियों को चाहिए कि आयोजन में परंपरा और सुरक्षा, दोनों का विशेष ध्यान रखा जाए।
