
आयोग के अध्यक्ष जानकी प्रसाद यादव के नेतृत्व में टीम ने सर्किट हाउस में जिले के वरीय अधिकारियों और नगर निकाय से जुड़े पदाधिकारियों के साथ अहम बैठक की। बैठक में टीम ने नगर निकायों की स्थिति, ओबीसी मतदाताओं की संख्या और जातिगत स्थिति पर चर्चा की।आयोग की यह टीम नगर निकाय वार्डों में जाकर ओबीसी समुदाय के वोटरों की संख्या, पहचान और स्थिति का आकलन कर रही है। टीम वोटर लिस्ट में दर्ज नाम, पिता या पति का नाम और जाति की स्पष्टता की जांच करेगी ताकि यह तय किया जा सके कि संबंधित व्यक्ति को राजनीतिक आरक्षण का अधिकार मिल रहा है या नहीं जानकी प्रसाद यादव ने बताया कि टीम डोर-टू-डोर सर्वे करेगी और सुनिश्चित करेगी कि जिनका नाम ओबीसी श्रेणी में है, उनकी जाति की स्पष्ट पहचान हो। यदि वोटर लिस्ट में जाति अस्पष्ट है, तो इससे राजनीतिक प्रतिनिधित्व में बाधा आ सकती है और ट्रिपल टेस्ट की प्रक्रिया अधूरी रह सकती है जमशेदपुर के बाद यह टीम सरायकेला-खरसावां और पश्चिमी सिंहभूम जिलों का भी दौरा करेगी और वहां के नगर निकायों में ट्रिपल टेस्ट की स्थिति की गहन जांच करेगी। इस समीक्षा में आयोग के अध्यक्ष के साथ सदस्य नरेश वर्मा भी शामिल रहे।
