जानकारी देते हुए टैगोर सोसाईटी के महासचिव आशीष चौधुरी ने बताया कि यह आयोजन टैगौर सोसाईटी का जमशेदपुर वासियों को एक वार्षिक उपहार के रूप में है, जो हर जाति धर्म भाषा सभी से उपर उठकर एक ऐसा आयोजन है, जिसमें सभी की सहभागिता झलकती है। उन्होने बताया कि प्रत्येक वर्ष की भांति देश दुनिया के जाने माने प्रकाशकों के साथ साथ अंतर्राष्ट्रीय व राष्ट्रीय स्तर के वितरक भी पुस्तक मेला में शामिल होकर एक से एक बेहतरीन पुस्तकों के साथ अपने स्टॉल लगायेंगे, जिससे शहरवासी रु-ब-रू हो सकेंगे। 37वें पुस्तक मेला का उद्घाटन 24 नवम्बर को संध्या 6.30 (साढ़े छह) बजे पूर्वी सिंहभूम जिला के उपायुक्त सह जिला दण्डाधिकारी मंजूनाथ भजन्त्री एवं टैगोर सोसाईटी के पदाधिकारियों द्वारा संयुक्त रूप से किया जायेगा।
हर वर्ष की तरह दिल्ली, कोलकाता, पटना, मुम्बई आदि नगरों के साथ स्थानीय प्रकाशकों द्वारा हिन्दी, बांग्ला, इंग्लिश, उर्दू, सहित यहां के स्थानीय भाषाओं में संथाली, हो, कुरमाली के साहित्य भी उपलब्ध रहेंगे। इस वर्ष पुस्तक मेले में 67 स्टाल विभिन्न प्रकार के पुस्तकों को पुस्तकप्रेमियों के सामने प्रस्तुत करेंगे। पुस्तकों के विषय में यह सर्वविदित है कि ज्ञान का इससे अच्छा स्थायी साधन नहीं है। आज जब सोशल और इलेक्ट्रानिक मीडिया का इतना जोर और दौड़ है, उसके बावजूद भी किसी भी विषय में स्थायी और सम्पुष्ट जानकारी के लिए पुस्तक ही खंगाले जाते हैं और जिनपर पूर्णतः विश्वास किया जाता है।