जिसमे पहले दिन बाल राधा-कृष्ण सजाओ प्रतियोगिता का ऑडिशन किया गया । प्रतियोगिता में जमशेदपुर शहर के विभिन्न क्षेत्रों से 400 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया। प्रतियोगिता में नन्हें नौनिहालों के राध कृष्ण का बाल रूप अद्भुत छटा बिखेर रहा था। बांसुरी बजाते बालकृष्ण एवं आकर्षक परिधान में सजी राधा रानी ने सबका मन मोह लिया। मनमोहक प्रस्तुति के आधार पर 20 प्रतिभागियों का चयन फाइनल के लिए किया गया। चयनित प्रतिभागी 7 सितंबर के फाइनल में प्रतिस्पर्धा करेंगे। वही छोटे छोटे बाल कृष्णा बने बच्चों के माता – पिता ने सूर्य मंदिर कमेटी को धन्यवाद दिया और कहा कि इस तरह के कार्यक्रम से बच्चों का हौसला बढ़ता है साथ ही बच्चों मे छुपी प्रतिभा का भी उजागर होता है ।
मंदिर समिति की ओर से प्रतिभागियों की अधिकतम उम्र सीमा 10 वर्ष तय की गई थी। वहीं प्रतियोगिता में 6 माह से लेकर 10 वर्ष तक के बच्चों ने मनमोहक प्रस्तुति दी है ।
जज के रूप में मुखर्जी अविनाश मिश्रा, राजश्री ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।