सरायकेला जिले के चांडिल प्रखंड के चिलगुडीह जाहेरथान मैदान में काराण हांसदा की अध्यक्षता में आदिवासी ग्रामीणों की बैठक हुई.

Spread the love

चांडिल

बैठक में चिलगु पुनर्वास के आदिवासी किसानों को अपने खेत की घेराबं दी को जमीन दलालों द्वारा बेवजह रोकने के संबंध में चर्चा की गयी. ग्रामीणों ने कहा कि बीते दिनों आदिवासी अपनी बंदोबस्ती जमीन की घेराबंदी कर रहे थे, उस दौरान भू-माफियाओं के द्वारा दबंगई कर घेराबंदी काम को जबरन बंद करवाया गया. ग्रामीणों ने बताया कि भू-माफियाओं द्वारा चंद रुपये लेकर ग्रामीणों के श्मशान घाट, गौचर भूमि को कब्जा करने का प्रयास किया जा रहा है. इसके खिलाफ ग्रामीणों ने भू-माफियाओं के विरोध में हल्लाबोल करते हुए नारेबाजी की. वहीं काराण हांसदा ने बताया कि शनिवार को ग्रामीणों के एक प्रतिनिधिमंडल ने अनुमंडल पदाधिकारी को ज्ञापन सौंप कर कारवाई करने की मांग की है. मालूम हो कि चांडिल प्रखंड के चिलगु पुनर्वास स्थल से सटे क्षेत्र में कई बार जमीन संबंधित विवाद हो चुका है. कई बार विस्थापितों ने पुनर्वास की जमीन पर कब्जा करने और अवैध रूप से बेचे जाने को लेकर हंगामा किया है. इसी के साथ कई बार रैयती जमीन मालिक भी इस विवाद में पिस जाते हैं. दरअसल, 12 जुलाई को चिलगु पुनर्वास स्थल पर जमीन घेराबंदी करने को लेकर विवाद हो गया था. विस्थापितों ने जमीन की घेराबंदी कर रहे लोगों को घेराबंदी करने से रोक दिया था. मामले की सूचना पर चांडिल पुलिस भी मौके पर पहुंची थी. अब इस मामले में नया मोड़ आ गया है. उक्त जमीन को तीन आदिवासियों के नाम बंदोबस्त बताया जा रहा है.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *