
शहर स्थित विभिन्न देवी स्थलों के साथ-साथ जुगसलाई दुर्गाबाड़ी में भी में हजारों की संख्या में महिला श्रद्धालु देवी की आराधना में लीन नज़र आई
रथ पूजा संपन्न होने के बाद शनिवार और मंगलवार को मां बिपत्तारिणी की पूजा अर्चना की जाती है इस वर्ष रथ पूजा के बाद अंबुबाची की वजह से देवी स्थलों का पट बंद हो गया जिसके बाद आज यानी मंगलवार को धूमधाम के साथ जमशेदपुर व आसपास के क्षेत्रों में मां बिपत्तारिणी की पूजा अर्चना की जा रही है इस पूजा की एक अलग ही मान्यता है मां दुर्गा और काली के रूप में मां बिपत्तारिणी की पूजा अर्चना कर सभी अपने अपने परिवार के सदस्यों के सुख समृद्धि की कामना करते हैं, महिला श्रद्धालु नंदिनी भवाई ने बताया कि इस पूजा में देवी को तेराह तरह के फल अर्पित किए जाते हैं साथ ही रक्षा कवच के रूप में मां को सुता चढ़ाया जाता है जहां पूजा संपन्न होने के बाद कथा सुनते साथ ही पुरोहित सुता सभी श्रद्धालुओं के हाथ में बांधते हैं और उनकी रक्षा की कामना करते हैं
इधर जुगसलाई दुर्गा बाड़ी मंदिर कमेटी के आयोजक कर्ता के अनुसार बड़ी संख्या में बंग भाषा भाषी इस पूजा को श्रद्धा भाव से संपन्न कराते हैं वर्तमान समय में हर जाति धर्म के लोग इस पूजा को उत्साह के साथ मनाने लगे उन्होंने कहा कि हजारों की संख्या में श्रद्धालु एकत्रित होकर पूजा में अपनी सहभागिता सुनिश्चित कर रहे हैं और मा बिपत्तारिणी से परिवार के सुख समृद्धि की कामना कर रहे हैं