
सरायकेला
जिसमें जिले के उपायुक्त- एसपी सहित तमाम आलाधिकारियों की मौजूदगी रही. सभी ने संयुक्त रूप से सामूहिक प्रयास से जिले में ड्रग सप्लाई चेन तोड़ने और जिला को ड्रग मुक्त बनाने का संकल्प लिया. साथ ही कैसे जिले को ड्रग मुक्त कराया जाए इसपर मैराथन बैठक कर अपने- अपने सुझाव दिए.
उपायुक्त अरवा राजकमल ने जिला स्तर पर ड्रग कंट्रोल के लिए क्या क्या उपाय किए जा रहे हैं इसकी जानकारी देते हुए कहा कि जिले के 85 स्कूलों का चयन किया गया है जहां ड्रग्स कंट्रोल सिस्टम डेवलप किया जा रहा है. वहां के लिए नोडल अधिकारियों की तैनाती के साथ स्कूलों के बच्चों को ट्रेंड किया जाएगा, जो ड्रग्स के प्रभाव में आए छात्रों का काउंसलिंग कराएंगे साथ ही ड्रग्स से होनेवाले नुकसान और उससे दूर होने में उनकी मदद करेंगे. उन्होंने बताया कि ड्रग्स का कारोबार और उसके शिकार लोगों को किसी एक व्यक्ति के चाह लेने से समाप्त करना आसान नहीं होगा. उन्होंने बताया कि जिस जगह का इकोनॉमी तेजी से बढ़ता है वहां ड्रग्स का कारोबार भी उसी अनुपात में बढ़ता है. महानगरों में ड्रग्स कंट्रोल को लेकर जो बेस्ट फार्मूले तैयार किए गए हैं उसका अनुपालन करना होगा तब जाकर ड्रग्स पर नियंत्रण किया जा सकेगा. उन्होंने कहा कि स्कूल लेवल पर जागरूकता अभियान चलाने के साथ-साथ एंटी ड्रग फैसिलिटी सिस्टम डेवलप करना होगा. जल्द ही आदित्यपुर परिक्षेत्र में इसे डेवलप करने की योजना है. साथ ही सदर अस्पताल में गंभीर रूप से ड्रग्स की चपेट में आए लोगों के लिए रिहाइबलेशन सेंटर बनाने की तैयारी चल रही है.
वहीं एसपी आनंद प्रकाश ने ड्रग्स को बड़ी चुनौती बताया. उन्होंने कहा कि यह पूरे विश्व की समस्या है. किसी खास दिन पर इसे सेलिब्रेट कर खानापूर्ति नहीं की जा सकती है. उन्होंने कहा ड्रग्स के सप्लाई चेन को तोड़ना बड़ी चुनौती है. इसपर जिला पुलिस लगातार काम कर रही है. उन्होंने कहा कि हाल के दिनों में ड्रग पेडलरों पर नकेल कसने में बड़ी कामयाबी हासिल हुई है, जो आगे भी जारी रहेगा. उन्होंने कहा कि पुलिस को जहां से भी ड्रग पेडलर के इनपुट्स आते हैं, उसपर कार्रवाई की जाती है. सामूहिक प्रयास से ही ड्रग्स के सप्लाई चेन को तोड़ा जा सकता है. उन्होंने भरोसा दिलाया कि जहां से भी ड्रग पेडलरों की सूचना पुलिस को मिलेगी पुलिस उन पर कार्रवाई करने से पीछे नहीं हटेगी.