अवैध कब्जा धारकों से मकान खाली कराने के बाद इसे वास्तविक मालिकों के कब्जे में दे दिया गया। कब्जा खाली कराने के लिए मजिस्ट्रेट और पुलिस की तैनाती की गई थी। खाली कराने के लिए अधिकारी पहुंचे तो इसके अवैध कब्जा धारी 2 दिन का समय मांग रहे थे। लेकिन क्वार्टर खाली कराने के बाद सील कर दिया गया। कोर्ट की तरफ से जमशेदपुर सिविल कोर्ट के नजारा सुपरिंटेंडेंट धीरज कुमार भी मौजूद थे। उन्होंने बताया कि मकान के वास्तविक मालिकों ने 1998 में टाइटल सूट दायर किया था। इस मकान की वास्तविक मालकिन स्वर्गीय झगड़ू लाल की पत्नी थीं। उन्होंने केस किया था। योगेश्वर शर्मा, राजेश शर्मा, जानकी देवी, कृपाल महतो, धीरेंद्र महतो आदि का कब्जा था।