बॉर्डर रोड आर्गेनाइजेसन यानि बी.आर.ओ को यह स्लैग का खेप भेजा गया है,भारत के के तमाम बॉर्डर के सड़कों को तैयार करने की जिम्मेवारी बी. आर. ओ पर होती है, टाटा स्टील ने दो वर्ष पूर्व सड़क निर्माण कार्य मे इस प्रोसेसड स्लैग का इस्तेमाल का सड़क बनाई है, जिसके बाद दो वर्ष तक उसकी निगरानी की गई है, एन.एच.ए.आई के मानकों पर खड़ा उतरने के बाद बी.आर.ओ के साथ टाटा स्टील ने करार दिया जिसके बाद इसके पहले खेप को भेजा गया, टाटा स्टील के वी. पी उत्तम सिंह बताते हैँ की साधारण तौर पर स्टील इंडस्ट्री अपने स्लैग को कहीं डंप कर देती है, लेकिन प्रोसेसड स्लैग से सड़कें कम खर्च मे उत्तम क्वालिटी के बन सकते हैँ, जिस कारण इसे इस्तेमाल मे लाया जा रहा है,