झारखण्ड राज्य के पेयजल एवम स्वच्छता विभाग के मंत्री मिथिलेश ठाकुर मंगलवार को खूंटी के परिसदन में विभागीय पदाधिकारियों के साथ दो घण्टे तक समीक्षा बैठक की। घर घर नल जल योजना पर पदाधिकारियों के साथ बैठक में सख्त निर्देशित करते हुए मंत्री ने कहा कि 2024 से पहले तक योजना हर हाल में पूर्ण होना चाहिए ताकि लोग स्वच्छ नल जल का लाभ ले सकें। 80 करोड़ की लागत से खूंटी डिवीजन को शुद्ध पेयजल नल के माध्यम से मिलेगी।
इसके अलावे मंत्री ने बताया कि जिले में पेयजल स्वच्छता विभाग की विभिन्न योजनाएं चलायी जा रही हैं। जिसमें क्लस्टर स्कीम, मल्टी विलेज स्कीम, सिंगल विलेज स्कीम की योजनाएं शामिल हैं। क्लस्टर स्कीम के तहत 29 योजनाएं पाइपलाइन में हैं और 5 योजना का डीपीआर बन रहा है। सिंगल विलेज स्कीम (SVS) के तहत 98 योजना कार्य प्रगति पर है।
खूंटी जिले में दस करोड़ की योजनाएं चल रही हैं साथ ही 50 करोड़ तक की योजनाएं प्रस्तावित हैं। 50 करोड़ की योजनाओं को 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य दिया गया है लेकिन विभागीय मंत्री ने पदाधिकारियों को 2023 तक ही इसे पूर्ण करने का टास्क दिया है। उन्होंने कहा कि कोरोनाकाल के कारण हेमन्त सरकार 2 वर्षों तक योजनाओं को जनता तक नहीं पहुँचा पाई लेकिन वही दो साल को कवर करने के लिए युद्धस्तर पर कार्यक्रम निर्धारित किया गया है।
जिले में भगवान बिरसा मुंडा के गांव उलिहातू समेत अन्य सूदूरवर्ती ग्रामीण इलाकों में पेयजल संकट की घोर समस्या सामने आई थी। समीक्षा के दौरान मंत्री ने जिले में चल रही योजनाओं की अद्यतन रिपोर्ट ली जिसमे कई योजनाएं अपूर्ण पाई गईं।