साकची के टैगोर एकेडमी विद्यालय में पढ़ने वाली मासूम छात्रा हर्षिता को स्कूल में मधुमक्खी ने काट लिया था। उसके ड्रेस में दर्जनों मधुमक्खियां घुस गई थीं। छात्रा ने जब इसकी शिकायत अपने टीचर से की तो टीचर ने डांटा और धमकी दी कि बदमाशी करोगी तो नाम काट दूंगी। इससे डर के मारे छात्रा किसी को कुछ नहीं बता पाई। मधुमक्खी उसे काटती रही। घर पहुंची तो उसकी मां ने ड्रेस उतारा तो अंदर से कई मरी हुई मधुमक्खियां गिरीं। हर्षिता को मधुमक्खियों ने पूरे शरीर में काट लिया था। इसके बाद उसे तेज बुखार हुआ। कई डॉक्टर के पास हर्षिता को दिखाया गया तो डॉक्टरों ने सलाह दी कि इसे टीएमएच में भर्ती कराइए। छात्रा को टीएमएच में भर्ती कराया गया। बिल अधिक होने से उसके पिता दीपक चंद्रा ने उसे टीएमएच से निकाल लिया। डॉक्टरों का कहना है कि जहां जहां मधुमक्खियों ने काटा है वहां जहर जमा हो गया है। इसका इलाज कोलकाता या सीएमसी वेल्लोर में ही संभव है। हर्षिता के पिता ने मंगलवार को भाजपा नेता विकास सिंह के साथ साकची थाना जाकर टैगोर अकडमी स्कूल प्रबंधन और टीचर के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के लिए आवेदन दिया है। शिकायत दर्ज कर ली गई है। पुलिस मामले की जांच करेगी। भाजपा नेता विकास सिंह ने डीसी से मांग की है कि वह अधिकारियों की एक टीम बनाकर इस मामले की जांच कराएं और स्कूल प्रबंधन पर कार्रवाई करें।