जमशेदपुर के एमजीएम अस्पताल से एक एंबुलेंस मरीज लेकर रांची का रिम्स के लिए निकला जैसे ही मरीन ड्राइव के समीप पहुंचा कि अचानक गाड़ी में आग लग गई। उधर गाड़ी में आग लगते ही ड्राइवर ने सूझबूझ दिखाया और गाड़ी को सड़क किनारे रोक दी। हालांकि स्थानीय लोगों ने आनन-फानन में एंबुलेंस में जा रहे मरीज को बाहर निकाला और आग पर काबू पाने पाने का प्रयास किया। हालांकि आधे घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। वैसे मरीज इलाज के लिए सड़क पर तड़पता रहा और लोग इसकी सूचना अस्पताल को भी दे दी लेकिन न तो स्वास्थ विभाग की नींद खुली और ना ही स्थानीय प्रशासन ने कोई व्यवस्था की। करीब 3 घंटे तक मरीज सड़क पर जिंदगी और मौत से जूझता रहा फिलहाल अभी भी उम्मीद है कि एंबुलेंस आएगा और मरीज को रांची के रिम्स भेजा जाएगा। हालांकि एंबुलेंस लाने की प्रक्रिया शुरू हो गई और बहुत जल्द मरीज को रांची भेज दिया जाएगा। लेकिन सवाल व्यवस्था पर खड़ा होता है जिस अस्पताल से एंबुलेंस मरीज को लेकर निकला था अगर उस एंबुलेंस में आग लग गई तो दूसरी गाड़ी अस्पताल को व्यवस्था करने की जरूरत थी ।लेकिन दूसरी तरफ गाड़ी के मेंटेनेंस पर भी सवाल खड़ा हो रहा है ।भगवान ना करे कि ऐसा हादसा किसी अन्य मरीज के साथ हो।