काशीडीह में सनातन स्वाभिमान संघ द्वारा वीर शिरोमणि मेवाड़ राज महाराणा प्रताप का 425वाँ पुण्यतिथि मनाया गया। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से भाजपा के वरिष्ठ नेता एवम सनातन स्वाभिमान संघ के मुख्य संगरक्षक श्री अभय सिंह, भाजपा जमशेदपुर महानगर पिछड़ा मोर्चा जिलाअध्यक्ष श्री धर्मेंद्र प्रसाद, सवर्ण महासंघ फाउंडेशन के प्रदेश अध्यक्ष श्री धनुर्धर त्रिपाठी जी, राष्ट्रीय स्वाभिमान आंदोलन के जिला अध्यक्ष श्री राजकुमार वर्मा, सनातन स्वाभिमान संघ के केंद्रीय अध्यक्ष श्री सम्राट सिंह, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संघसंचालक श्री सौगंध सिंह, सनातन स्वाभिमान संघ के महामंत्री श्री ऐश्वर्य सिंह, साकची मंडल प्रवक्ता श्री अंकित मोदी, भाजपा पिछड़ा मोर्चा के साकची मंडल अध्यक्ष श्री अमित गुप्ता, महामंत्री सूरज जैसवाल, प्रवक्ता संदीप गुप्ता, मीडिया प्रभारी बिट्टू तिवारी, सुबोध ठाकुर, सुशांतो नामता, राहुल बंसल, राहुल कुमार, सनी नमता, रिंकू मोहंती, रवि सिंह, रंजीत कुमार पटेल, मोहित नायक, अभिषेक शर्मा, गौरव शर्मा, कमल मरकाम, रोहित ठाकुर, धीरज दास, विक्की राजपूत, कृष्णा महतो, दिनेश भिड़भिडिया, विक्रम चेखलिया आदि कार्यकर्ता उपस्थित थे।
समारोह को संबोधित करते हुए श्री अभय सिंह ने युवाओं को महाराणा प्रताप की जीवनी से सीखने और उनसे प्रेरणा लेने का संदेश दिया। उन्होंने युवाओं को याद दिलाया कि आज की पीढ़ी जिस तरह से इस माया रूपी संसार से मोहित होकर अपना जीवन बर्बाद कर रही है उसे महाराणा प्रताप के त्याग और बलिदान को आत्मसात कर इस केसरिया मिट्टी पर प्रचंड राष्ट्रवाद के ध्वज को लहराने का संकल्प लेना चाहिए। जिस प्रकार अपने स्वाभिमान की खातिर अकबर जैसे क्रूर शाशक के सामने भी हार न मान मुट्ठी भर अपने सैनिकों के साथ ताउम्र लोहा लेते रहे, अलवर के जंगलों में अपना जीवन व्यतीत करते रहे, उसी तरह हमें भी इस मातृभूमि के लिए अपना सब कुछ न्योछावर करने की प्रेरणा लेने का संकल्प उन्होंने कार्यक्रम मे मौजूद युवाओं से लिया। उन्होंने याद दिलाया कि किस प्रकार महाराणा प्रताप ही नही बल्कि उनके छाए को छूकर उनका घोड़ा चेतक और हांथी रामप्रसाद भी इस मिट्टी के लिए अपनी प्राण पर खेल कर इतिहास में हमेसा हमेसा के लिए अमर हो गए पर पराधीनता की बेड़ियों स्वीकार नही की।
साथ ही अन्य अतिथि श्री धर्मेंद्र प्रसाद, श्री धनुर्धर त्रिपाठी एवम श्री राजकुमार वर्मा ने भी युवाओं को महाराणा प्रताप की जीवनी की कहानियां सुना कर प्रेरित किया एवम आने वाली पीढ़ियों को उनके जीवन से सीख लेकर इस भारत भूमि को श्रेष्ठ भूमि की ओर ले जाने के लिए संकल्प दिलवाया।
मंच का संचालन सम्राट सिंह ने किया एवम धन्यवाद ज्ञापन अंकित मोदी ने दिया।