मुआवजे और कार्रवाई को लेकर मुखी समाज ने जाम किया एमजीएम अस्पताल का मुख्य द्वार, शव लेने से किया इंकार, हंगामा बढ़ता देख अस्पताल छोड़ भागे डॉक्टर और नर्स, कल लापरवाही के चलते गर्भवती महिला की हुई थी मौत, एसडीओ एमडीएम अस्पताल पहुंचे मामले की जांच में जुटे, पीड़ित परिवार के लोगों से ड्यूटी में तैनात डॉक्टर और नर्सों की पहचान, एसडीओ ने आश्वासन दिया, जांच कर जल्द होगी कड़ी कार्रवाई।
जमशेदपुर के एमजीएम अस्पताल में इलाज के आभाव में जच्चा और बच्चा को मौत के बाद परिजनों द्वारा मुआवजे और कार्रवाई को लेकर साकची थाना में प्रदर्शन किया गया था। इधर सोमवार को ही एसडीओ संदीप मीणा जांच करने के लिए एमजीएम अस्पताल पहुंचे थे जहां उन्होंने अस्पताल में परिजनों से ड्यूटी पर तैनात कर्मियों की पहचान करवाई. थोड़ी देर बाद ही मुखी समाज द्वारा कार्रवाई की मांग को लेकर अस्पताल का मुख्य द्वार जाम कर दिया गया। इससे वहां से आने जाने वालों को परेशानी का सामना करना पड़ा। सूचना पाकर साकची पुलिस मौके पर पहुंची और लोगों को समझाने के प्रयास में जुट गई। परिजनों का कहना था कि जब तक कार्रवाई नहीं होगी तब तक वे लोग शव को नही उठाएंगे. एसडीओ संदीप मीणा ने बताया कि उपायुक्त ने जांच का जिम्मा उन्हे सौंपा है. आज वे अस्पताल में जांच करने पहुंचे और दोनो पक्ष की बातों को सुना। अब एक से दो दिनों के अंदर उनके द्वारा उपायुक्त को जांच रिपोर्ट सौंप दी जाएगी।