
वैसे पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन के समक्ष सैकड़ो आदिवासी समाज के प्रमुख लोगों ने भारतीय जनता पार्टी का दामन थामा. वहीं पूर्व मुख्यमंत्री ने हेमंत सोरेन सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह सरकार आदिवासी विरोधी सरकार है.आदिवासियों का जमीन छीन रही है आदिवासियों पर लाठी चार्ज कर रही है. घाटशिला विधानसभा क्षेत्र में 6 साल में विकास नहीं हुआ है. गांव में सड़क नहीं है पानी नहीं बिजली नहीं है एक टीचर के बदौलत जाटी झरना के दर्जनों गांव के बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं बिना टीचर का स्कूल है. स्वास्थ्य व्यवस्था लचर है कोई बीमार पड़ जाए तो खाट पर लेकर उसे अस्पताल घाटशिला पहुंचना पड़ता है.इन्होंने हेमंत सोरेन सरकार पर सीधा वार किया कहा कि सरकार वोट बैंक की राजनीति कर रही है.आदिवासियों को ठगने का काम कर रही है.अब घाटशिला के लोग परिवर्तन चाहते हैं और इस बार परिवर्तन होकर रहेगा. वही देश परगाना संथाल परगना प्रमुख संतु टुडू ने भी हेमंत सोरेन सरकार पर निशाना साधा
