नारी शक्ति की अध्यक्ष अपर्णा गुहा ने कहा की इनदिनों पूरे शहर भर में वाहन जांच अभियान पूरे जोर शोर से हो रही है. हम सभी घरेलू महिलाएं इसके विरोधी नही है. यह अभियान कहीं न कहीं हम महिलाओं के घरों को सुरक्षित रखने में सहयोग भी करता है.
लेकिन कभी कभी नियम विरुद्ध जांच अभियान देखकर मन को काफी पीड़ा होती है. पुलिस विभाग के निर्देशानुसार सीसीटीवी कैमरा लगे स्थान या पुलिसकर्मी द्वारा कॉलर कैमरा लगाकर ही जांच करना है. इसके बावजूद अधिकतर स्थानों में पुलिसकर्मी किसी पेड़ या दीवार के पीछे छिपकर रहते हैं और वाहन चालक के सामने अचानक आ जाते हैं, जिसकारण आये दिन चालक या पुलिसकर्मी के घायल होने की सूचना मिलती रहती है.
यही नही कभी कभी किसी चालक के मामूली कागजात की कमी होनेपर उसे जुर्माना भरना पड़ता है. अस्पताल जाते हुए लोगों, बुजुर्ग या महिला के हेलमेट न होने पर भी उनसे जुर्माना लिया जाता है. नो एंट्री लागू होने के बावजूद भारी वाहनों की शहर में प्रवेश कई सवालों को जन्म देता है. इन्होने आग्रह किया हैँ कि अभियान ज़रूर चलाया जाए, लेकिन नियमों को लचीला करते हुए खासकर परीक्षा देने जा रहे विद्यार्थी, महिला, बुजुर्ग व अस्पताल जा रहे लोगों को थोड़ी राहत दी जाए और व्यावसायिक व भारी वाहनों के बेतरतीब परिचालन पर शिकंजा कसी जाए.
