यह रैली साकची आमबगान से निकलकर जिला मुख्यालय पहुंची जहाँ इनके द्वारा एक दिवसीय धरना दिया गया, बांग्ला भाषा मे शिक्षा, बांग्ला पुस्तक की छपाई, पूर्व की भांति रेलवे स्टेशनो मे बांग्ला भाषा मे स्टेशन का नाम अंकित करने समेत बांग्ला भाषा को उचित सम्मान दिए जाने समेत कई मांगो को लेकर इनके द्वारा यह आंदोलन चलाया जा रहा है, इन्होने कहा की लगातार झारखण्ड राज्य मे बांग्ला भाषा के अस्तित्व को बचाने के उद्देश्य को लेकर यह आंदोलन चलाया जा रहा है, लेकिन राज्य सरकार केवल आश्वाशन पर आश्वाशन दे रही है, झारखण्ड मे निवास करने वाले लगातार अपने आप को उपेक्षित महसूस कर रहें हैँ, ऐसे मे अब बंगभाषी अपने हक़ और अधिकार को पाने के उद्देश्य से सड़क पर उतर चुके हैँ और ज़ब तक इनकी मांगे पूरी नहीं होंगी तब तक इनके द्वारा आंदोलन को और उग्र किया जायेगा.