इस मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री ने निर्मल महतो को महान क्रांतिकारी और झारखंड अलग राज्य का अग्रणी योद्धा बताया. उन्होंने कहा कि आज के दिन झारखंड मुक्ति मोर्चा पूरे साल का रूपरेखा तय करती है. निर्मल महतो की शहादत की वजह से ही अलग झारखंड राज्य का सपना साकार हो सका. उन्हें कभी भुलाया नहीं जा सकता. उसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री सीधे कदमा के उलियान स्थित शहीद निर्मल महतो के समाधि स्थल के लिए रवाना हो गए. जहां मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आने की संभावना है. वहां एक सभा का भी आयोजन किया गया है. उधर उलियान स्थित समाधि स्थल पर ईचागढ़ की पूर्व विधायक और निर्मल शहीद निर्माण महतो के छोटे भाई की पत्नी सविता महतो ने सपरिवार निर्मल दा को श्रद्धांजलि अर्पित की.