
इसमें से एक पति-पत्नी हैं जबकि दूसरे मामले में एक वृद्ध महिला शामिल है. 10-12 दिनों के बाद मामला खुला. इसके बाद पुलिस ने तीनों शवों को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. घटना के आरोपियों को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्त में आए आरोपियों ने अपनी संलिप्ता भी स्वीकार कर ली है.पहली घटना रायजामा गांव के चेतानपुरा टोला की है. यहां ठाकुरा सरदार (39) और उनकी पत्नी चांदमनी मुंडा (41) की हत्या कर दी गई थी. बताया जा रहा है कि खेत में पानी पटाने को लेकर पड़ोसियों से विवाद हुआ था. विवाद इतना बढ़ गया था कि लाठी-डांटे से दोनों की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी. हत्या के बाद आरोपियों ने शवों को पास के खेत में गाड़ दिया था.घटना के करीब 10 दिनों के बाद पुलिस को इसकी भनक मिली. इसके बाद जांच टीम ने दोनों शवों को बरामद किया. शवों को पहले सरायकेला सदर अस्पताल भेजा गया, लेकिन शवों की स्थिति खराब होने के कारण उन्हें जमशेदपुर एमजीएम अस्पताल में बेहतर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है. पुलिस ने इस मामले में शामिल आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और उनसे पूछताछ जारी है.दूसरी घटना भी खरसावां थाना क्षेत्र के रायजामा गांव की है. यहां गुरुवार सरदार (62) पिछले 31 अक्टूबर से लापता थी. परिवारवालों ने लापता होने की सूचना दी थी. मंगलवार को पुलिस को सुराग मिला और गांव के ही गुरबा सरदार और सोमा सरदार को हिरासत में लिय गया. पूछताछ में दोनों ने हत्या की बात स्वीकार कर ली है.आरोपियों ने बताया कि उन्होंने गुरुवार सरदार को डायन-बिसाही (जादू-टोना) का आरोप लगाकर प्रताड़ित किया और बाद में उनकी हत्या कर शव को गोबरगोटा पहाड़ के पास जमीन में दफना दिया. पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर शव बरामद कर लिया है.एसडीपीओ समीर कुमार सवैया ने बताया कि दोनों मामलों में जांच तेजी से चल रही है. सभी आरोपियों क हिरासत में लिया जा चुका है.
