
जिले के जामा प्रखंड के सिलन्दा मंदिर परिसर में लोकसभा चुनाव को लेकर जेएमएम प्रखंड कमिटी की बैठक प्रखंड अध्यक्ष कालेश्वर सोरेन की अध्यक्षता में आयोजित हुई। जिसमें लोकसभा चुनाव में जेएमएम के प्रत्याशी की जीत कैसे सुनिश्चित हो इसपर गहन विचार विमर्श किया गया। बैठक में जामा से तीन बार झामुमो कोटे से विधायक रह चुकी सीता सोरेन के पार्टी छोड़कर बीजेपी में जाने एवं बीजेपी द्वारा दुमका लोकसभा से प्रत्याशी बनाये जाने का मुद्दा छाया रहा। प्रखंड अध्यक्ष कालेश्वर सोरेन ने बताया कि सीता सोरेन के पार्टी से चले जाने पर जेएमएम को कोई फर्क नहीं पड़ेगा। व्यक्ति बड़ा नहीं होता पार्टी बड़ी होती है। जेएमएम जिसको भी प्रत्याशी बनायेगी जामा के कार्यकर्ता उसको जिताने का कार्य करेंगे। उन्होंने कार्यकर्ताओं को बूथ जीतो चुनाव जीतो का पाठ भी पढ़ाया। प्रखंड सचिव सत्तार खाँ ने विधायक के बीजेपी का दामन थामने पर कहा कि आईना बदलने से चेहरा नहीं बदलता है। कार्यकर्ता लोकसभा एवं आगामी विधानसभा चुनाव में पार्टी के प्रत्याशी को जिताने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ेंगे। युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष रामकृष्ण हेम्ब्रम ने बताया कि सीता सोरेन के जाने का गम पार्टी में तनिक भी नहीं है। वो मान सम्मान नहीं स्वार्थवश पार्टी छोड़कर गयी है। वरिष्ठ नेता वरुण यादव ने बताया कि विधायक को 14 वर्षों से पार्टी विधायक बना के रखा फिर वो किस मान सम्मान की बात करती है। उन्होंने सभी पंचायत अध्यक्ष एवं सचिव को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार की सभी कल्याणकारी योजनाओं को जनता तक पहुंचायें और इस बार डेढ़ लाख से अधिक वोट से जेएमएम के प्रत्याशी को दुमका लोक सभा सीट से जिताने का संकल्प लिया । उन्होंने बीजेपी को मंदिर और मस्जिद के नाम पर समाज को बांटने वाली पार्टी बताया जाहिर है कार्यकर्ता सीता के खिलाफ मोर्चा खोल दिये हैं ऐसे में सीता सोरेन के लिए दुमका पर विजय पताका लहराना आसान नहीं है । कार्यकर्ताओं ने कहा कि इस बार उन्हें गंगा पार कर देंगे ।