इस यात्रा में भक्त श्री श्याम की निशान को कंधे पर लेकर खाली पैर पूरी यात्रा तय की, जिसमे काफी संख्या में महिलाएं शामिल हुई, भगवान श्री श्याम को गाड़ी में बैठा कर यात्रा में शामिल किया गया, यात्रा में महिलाएं भगवान के साथ रास्ते भर फूलों की होली, इतर की होली और गुलाल से होली खेलते यात्रा पूरी की, भक्तों का कहना है कि यह यात्रा इस लिए निकली जाती है क्योंकि जो लोग खाटू श्याम के दरबार तक नही पहुंच पाते है, वे लोग इस यात्रा में शामिल हो कर भगवान श्री कृष्ण के उस रूप का दर्शन कर पाते है, सभी महिलाएं पूरी तरह भक्ति भाव से इस निशान यात्रा में शामिल