दिव्यांग होने की वजह से उन्हें चलने फिरने में काफी परेशानी होती थी। अंबुज सिंह व्हीलचेयर के लिए कहां-कहां नहीं दौड़े। जनप्रतिनिधियों के पास गए। मंगलवार को किसी ने उन्हें सलाह दी कि वह डीसी के पास जाएं। इसके बाद वह डीसी अनन्य मित्तल के जनता दरबार में पहुंचे। डीसी ने उनकी समस्या सुनी तो फौरन व्हीलचेयर का इंतजाम किया। व्हीलचेयर पा कर अंबुज सिंह काफी खुश हैं। उनका कहना है कि अब वह अपनी जरूरत के लिए कहीं भी आ जा सकते हैं।