बाहरी संवेदकों के विरोध में अनिश्चित कालीन धरना शुरू, मिला जनप्रतिनिधियों का समर्थन, सभी ने एकसुर में कहा मिले स्थानियों को प्राथमिकता

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*SARAIKELA

सरायकेला- खरसावां जिला के आदित्यपुर नगर निगम का कचरा उठाव करने वाले करीब 50 टिपर चालक और खलासी सोमवार से अनिश्चित कालीन हड़ताल पर चले गए हैं. दरअसल चालक नगर निगम की गाड़ी और नगर निगम का चालक बहाल करने की मांग कर रहे हैं. बता दें कि वर्तमान में कचरा उठाव का ठेका क्यूब प्राइवेट लिमिटेड को दिया गया है. यह हैदराबाद की एजेंसी है. एजेंसी द्वारा इन्हें प्रतिदिन 3 टन कचरा उठाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है इसको लेकर चालकों में नाराजगी व्याप्त है. टिपर चालकों ने बताया कि पिछले कई सालों से मूलभूत समस्याओं का घोर अभाव होने के बाद भी वे नगर निगम क्षेत्र से कचरा उठाव कर रहे हैं, मगर नए संवेदक द्वारा उन्हें जबरन कचरा उठाने को लेकर दबाव बनाया जा रहा है. इन्होने बताया कि वे सुबह से ही कचरा उठाव में लगे रहते हैं. कोरोना महामारी के दौर में भी हमने अपनी सेवा दी है. पिछले दस साल से नगर निगम क्षेत्र में सेवा देने के बाद भी उन्हें ना तो स्थाई किया गया है ना ही उनके मानदेय में बढ़ोतरी की गई है. यहां तक कि सरकारी सुविधा का भी लाभ उन्हें नहीं दिया जा रहा है. चालकों ने नगर निगम की ओर से उन्हें नियमित करने की मांग की है. साथ ही स्थानीय संवेदकों को बहाल करने की मांग की है. वही चालकों के समर्थन में स्थानीय जनप्रतिनिधि भी खुलकर सामने आ गए हैं. कांग्रेसी नेता जगदीश नारायण चौबे, टीएमसी नेता विशेष कुमार तांती और आदित्यपुर नगर निगम वार्ड 17 की पूर्व पार्षद नीतू शर्मा ने धरने पर बैठे चालकों की मांग को जायज बताया और सरकार से इनकी मांगों पर विचार करने की अपील की. वैसे नगर निगम के टिपर चालकों के हड़ताल पर चले जाने से सभी 35 वार्डों में कचरा उठाव का काम रुक गया है. पहले से ही गंदगी की वजह से सुर्खियों में रहने वाले नगर निगम अब एकबार फिर से कचरा उठाव बंद होने से सुर्खियों में है. समय रहते यदि इसका हल नहीं निकलता है तो नगर निगम क्षेत्र में फिर गंदगी का अंबार लग सकता है.

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