जमशेदपुर के टाटानगर स्टेशन को विश्वस्तरीय बनाने की शुरुआत हो चुकी है. सोमवार को देश के प्रधानमंत्री ने दक्षिण पूर्व रेलवे के 71 स्टेशनों को पुनर्विकसित करने का शिलान्यास कर दिया. इसके साथ ही चक्रधरपुर रेल मंडल के अंतर्गत आने वाले टाटानगर स्टेशन को भी विश्वस्तरीय बनाने की घोषणा हो गई.

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इस कार्यक्रम के दौरान टाटानगर स्टेशन में मुख्य अतिथि के रुप में झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन, दक्षिण पूर्व रेलवे के जीएम एके मिश्रा, चक्रधरपुर रेल मंडल के डीआरएम अरुण जे राठौड़, सांसद विद्यूत वरण महतो, जमशेदपुर के उपायुक्त अनन्य मित्तल, एसएसपी किशोर कौशल समेत रेलवे और प्रशासन के कई पदाधिकारी मौजूद रहे. टाटानगर स्टेशन को विश्वस्तरीय बनाने के लिए कुल 350 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे. वहीं चक्रधरपुर रेल मंडल के कुल 18 स्टेशनों को अमृत भारत मिशन के तहत पुनर्विकसित किया जाना है जिसके लिए कुल 580 करोड़ रुपये खर्च किए जाने है वहीं 44 एफओबी और अंडर पास का भी निर्माण होना है मुख्य अतिथि राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने संबोधन में कहा कि आज के दिन देश के विकास के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण दिन है. देश के विकास के लिए बेहतर इंफ्राटेक्चर का होना बेहद जरुरी है जिस देश के प्रधानमंत्री नेरंद्र मोदी ने समझा और इस ओर ध्यान दिया. प्रधानमंत्री द्वारा अमृत भारत योजना लाई गई जिसके तहत देश भर में रेलवे को और भी बेहतर बनाने का कार्य किया जा रहा है. एक दशक पूर्व की बात की जाए तो स्टेशनों में गंदगी का अंबार लगा होता था. प्रधानमंत्री द्वारा स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत की गई जिसके बाद आज स्टेशनों में सफाई का स्तर काफी बढ़ गया है. उन्होंने सफाई कर्मियों की भी सराहना की. नरेंद्र मोदी की बदौलत आज देश विश्व का पांचवा सबसे बड़ा अर्थव्यवस्था वाला देश है जो आगे तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनकर उभरेगा.टाटानगर स्टेशन के विश्वस्तरीय बनने के बाद उन्होंने स्टेशन पहुँच, सर्कुलेटिंग एरिया, वेटिंग हॉल, शौचालयों में सुधार, स्वच्छता, फ्री वाईफाई, एक स्टेशन एक प्रोडक्ट और बेहतर यात्री सूचना प्रणाली के माध्यम से स्टेशनों पर सुविधाओं में सुधार किये जाएंगे. इसके अलावा स्टेशन परिसर में मॉल बनाए जाएंगे और वो सभी सुविधाएं उपलब्ध होंगीं जो एक एयरपोर्ट में होती है. टाटानगर स्टेशन कुल 3.50 लाख वर्ग फीट में बनेगा. इसके अलावा चक्रधरपुर रेल मंडल के जिन स्टेशनों में पुनर्विकास होना है उनमें बड़ा जामदा, बिमलागढ़, चाईबासा, चक्रधरपुर, डोंगवापोसी, गम्हरिया, जरौली, रायरंगपूर, पंपोश और सीनी शामिल है। इसके अलावा खड़गपुर टाटा और टाटा राउरकेला रेल लाइन के बीच कई एलएचएस, आरओबी, आरयूबी और सबवे का निर्माण किया जाना है. टाटानगर स्टेशन के पुनर्विकास के लिए दिल्ली की कंपनी डिजाइन एकॉर्ड कंस्लटेंट ने डीपीआर तैयार किया है.

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