
कार्यक्रम की शुरुआत श्री रामकृष्ण देव और माता शारदा देवी साथ ही स्वामी विवेकानंद के चरण कमल में पुष्प अर्पित और वैदिक मंत्र उच्चारण के साथ किया गया कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर रामकृष्ण मठ और रामकृष्ण मिशन के महासचिव स्वामी सुविरानंद जी महाराज उपस्थित थे प्रथम सत्र सुबह 9:00 बजे से 12:00 बजे तक हुआ जिसका विषय दो दूरदर्शी व्यक्ति स्वामी विवेकानंद एवं जे एन टाटा के बीच आकस्मिक मुठभेड़ रहा, द्वितीय सत्र का विषय रामकृष्ण मिशन की 125 वर्ष की उपलब्धि और संभावनाएं थी