
जमशेदपुर
यह दावा पूर्वी सिंहभूम छात्रों ने किया है. छात्रों की शिकायत है कि सोशल मीडिया एक्स के जरिए झारखंड एकेडमिक काउंसिल को भी इसकी जानकारी दी गई है. आपको बता दें कि झारखंड में सियासी संकट एक मसला है ही, मगर अब यहां परीक्षा का पेपर लीक भी एक गंभीर विषय बनता जा रहा है. जिसके चलते छात्रों के भविष्य पर सवाल उठ रहे है. इंटरमीडिएट की परीक्षा देने वाले छात्रों की माने तो भौतिकी की परीक्षा शुक्रवार को दो बजे से ली जानी थी, लेकिन इससे पहले ही प्रश्न पत्र सोशल मीडिया में वायरल हो गया था. ऐसा दावा किया जा रहा है कि जो फिजिक्स के पेपर लीक हुए हैं, और जिस सोशल मीडिया में लीक हुआ उसमे 2500 से अधिक विद्यार्थी जुड़े हुए थे. वैसे जिला शिक्षा पदाधिकारी निर्मला कुमारी बरेलिया ने पेपर लीक की बात को बेबुनियाद बताया और जिले में शांतिपूर्ण तरीके से फिजिक्स की परीक्षा होने की बात कही. इधर, छात्र आजसू 19 फ़रवरी को संपन्न हुए बायलॉजी का प्रश्नपत्र लीक होने का दावा कर रहा है. साथ ही गणित के पेपर लिकेज होने की आशंका जताते हुए जैक काऊंसिल से मामले की जांच करने की मांग कर रहा है. मंगलवार को छात्र आजसू का एक प्रतिनिधिमंडल जिला मुख्यालय पहुंचा और जैक के नाम एक मांग पत्र सौंपते हुए पूरे मामले की जांच करते हुए फिजिक्स और बायोलॉजी की परीक्षा रद्द करने एवं गणित की परीक्षा में होने वाले लिकेज की घटना को रोकने की मांग की है. आजसू नेता हेमंत पाठक ने इसे एक गंभीर मामला बताते हुए सरकार पर मेहनतकश छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाया है. उन्होंने बताया कि उनके पास पर्याप्त साक्ष्य उपलब्ध हैं. इसकी जांच होनी चाहिए, क्योंकि अगर ऐसा होता है, तो फिर उन छात्रों के सामने दिक्कत आयेगी, जिसने रात- रात भर परीक्षा की तैयारी की है.