जंगल बचाओ की अभियान की जुड़ी पद्मश्री जमुना टुटू को विजनलाईफ मानव अधिकार फाउन्डेशन की ओर से मानवाधिकार का सर्वश्रेष्ठ सम्मान से सम्मानित किया गया है ।

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मानव अधिकार फाउन्डेशन संस्था के संस्थापक कुलदीप कुमार सिंह , संस्था के राष्ट्रीय संगठन सचिव राकेश कुमार सिहं और संस्था के कार्यक्रम सचिव विशासरय पंडित रांची से पूर्वी सिहंभूम के चाकुलिया पद्मश्री जमुना टुडू के घर पहुंचे और उन्हे अवार्ड और मानवाधिकार सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया । पद्मश्री जमुना टुडू ने विजनलाईफ मानवाधिकार मंच को धन्यवाद देते हुए कहा कि वे संगठन के साथ है और आने वाले समय में संगठन से मिलकर लोगों को जागरूक भी करेगी ।

आपको बता दे कि पद्मश्री जमुना टुडू को टेडी टार्जन भी कहा जाता है – वे 18 साल की उर्म में ही जंगल बचाने का फैसला लिया था । लकड़ी माफियाओं से लड़ने के लिये धनुष और तीन उठा कर गांव गांव में महिलाओं को जोड़ने का काम किया है । जमुना टुडू को प्रकृति से बहुत प्यार है और उनकी यात्रा 1998 में शुरू हुई जब वह शादी के बाद अपनी ससुराल चाकुलिया ब्लॉक के मुटुरखाम गांव पहुंचीं। उस समय मुटुरखम गांव के पास जंगल में वन माफिया अंधाधुंध पेड़ काट रहे थे . घर के दरवाजे से दिखती जंगल की यह हालत देखकर जमुना ने पेड़ों को बचाने और जंगल माफिया पर प्रहार करने का फैसला किया और यह सिलसिला आज भी जारी है ।

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