जहां महिलाएं बाजार में जिउतिया के धागे में मोतियों पिरोने के लिए दुकानदारों के पास लंबी कतार में खड़ी है। वहीं बाजारों में मड़वा का आटा केराव के अलावा पूजा के समान बाजार में उपलब्ध है जहां महिलाएं खरीद रही है ।ऐसी मान्यता है महिलाएं संतान के लिए करती हैं पहले दिन नहाए खाए होता है दूसरे दिन महिलाएं निर्जला व्रत करती है और तीसरे दिन जाकर सुबह में प्रसाद ग्रहण करती है। इसके बाद यह व्रत समाप्त होता है।