नामांकन करने के बाद सुरेश सोंथालिया ने कहा कि मैं चुनाव लड़ना नहीं चाह रहा था। लेकिन सदस्यों ने हमें चुनाव लड़ने का आग्रह किया। तब जाकर मैंने आज नामांकन किया निश्चित ही जैसे पहले मैं सभी व्यापारियों के लिए सरल उपलब्ध रहता था। चाहे वह पान दुकान का व्यापारी हो या चाय दुकान का व्यापारी मैं सबके लिए सरल उपलब्ध रहूंगा। और अगर व्यापारी हमें जीतते हैं तो चैंबर को और ऊंचाई तक ले जाने का प्रयास करूंगा।उन्होंने कहा कि वैश्विक परिदृश्य में उद्योग और व्यापार का परिवेश बदल रहा है।सूचना और तकनीक की दक्षता ही आज के दौर में उधमिता की संजीवनी है।