
पिछले 5 महीनों से सरकारी अस्पताल में चलने वाले 108 एंबुलेंस के चालको एमरजैंसी मेडिकल टेक्निशियन को वेतन नही दिया गया है, वेतन नहीं मिलने से इनकी स्थिति दिन-प्रतिदिन बदतर होती जा रही है चालक और टेक्नीशियन के परिवार भुखमरी का दंश झेल रहे हैं, उन्होंने बताया कि वेतन नहीं मिल रहा है पर उनका पीएफ का पैसा काटा जा रहा, पिछले कई महीनों से उनका वेतन समय पर नहीं किया जा रहा, कई बार इस समस्याओं से अवगत कराने के बावजूद इनके वेतन का भुगतान नहीं किया गया थक हार कर पिछले 4 दिनों से ये आंदोलन का रूप अख्तियार करते हुए अनिश्चितकालीन हड़ताल पर गए हुए हैं आप को बता दे पूर्वी सिंहभूम जिले में कुल 23 (108 एंबुलेंस) हैं इनके हड़ताल पर चले जाने से मरीजों के समक्ष गंभीर संकट उत्पन्न हो गई है जानकारी देते हुए एंबुलेंस चालक ने बताया कि वेतन नहीं होने से स्थिति काफी दयनीय हो गई है परिवार उनका कर्ज तले दब चुका है उन्होंने कहा कि पूरी इमानदारी से सेवा देने के बावजूद कोविड-19 में 24 घंटा जान की परवाह किए बगैर उन लोगों के द्वारा सेवा दी गई और आज ऐसी स्थिति है कि पिछले 5 महीने से उनको वेतन नहीं दिया गया और जो वेतन दिया जाता रहा है वह भी कभी समय पर नहीं दिया गया उन्होंने कहा कि इस संबंध में जिले के सिविल सर्जन को ज्ञापन सौंप कर पिछले 4 दिनों से सिविल सर्जन कार्यालय के समक्ष वे सभी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे हुए थे बावजूद इसका किसी तरह का निष्कर्ष ना निकलता देख उनके द्वारा आज उपायुक्त कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया गया है और अब वे उपायुक्त कार्यालय के समक्ष अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे रहेंगेजब तक उनकी मांगे पूरी नहीं हो जाती