टाटा स्टील डिमना डैम के आसपास के जमीन पर अपना दावा कर रही है। जबकि आसपास के ग्रामीण का कहना है 14 एकड़ 72 डिसमिल यह हमारी जमीन है। वहीं टाटा स्टील का कहना है कि यह जमीन 2000 में ही हाई कोर्ट के निर्देश के बाद तत्कालीन उपायुक्त ने बंदोबस्ती को खारिज कर दिया था। जबकि गांव के लोगों का कहना है कि 2000 से लेकर 2015 तक हम लोगों ने जमीन का रेंट दिया है। यह त्रिपक्षीय वार्ता बिना किसी नतीजे के समाप्त हो गई । वही गांव वालों का कहना है कि किसी भी कीमत में हम अपनी जमीन नहीं देंगे। वही इस बैठक में जमशेदपुर के अपर उपायुक्त बोड़ाम क्षेत्र के सीओ थाना प्रभारी टाटा स्टील के अधिकारी और यूएस आई एल के पदाधिकारी मौजूद थे जब हमने टाटा स्टील का पक्ष जानने की कोशिश की तो टाटा स्टील के पदाधिकारियों ने साफ बात करने से इंकार कर दिया वही जब हमने सीओ से जाना चाह जमीन को लेकर तो उन्होंने बात करने से साफ इनकार कर दिया।