परसुडीह के हलुदबनी क्षेत्र में कई ऐसे इलाके है जहाँ मुख्य सड़क तक तो बिजली के खम्बे द्वारा विधुत आपूर्ति की गई है पर अगर मुख्य सड़क से बस्ती की तरफ बढा जाए तो स्थिति दयनीय है बांस बल्ली के सहारे लोगों के घर तक बिजली का कनेक्शन गया हुआ है जरा सी आंधी और तूफान से पूरे क्षेत्र में अंधकार समा जाता है इतना ही नहीं जिस तरह से बांस बल्ली के सहारे बिजली का कनेक्शन गया है कई जगहों पर तार कटे छोटे हैं जोकि कभी भी इंसान से लेकर मवेशियों को अपनी चपेट में ले सकता है स्थानीय संजय कुमार शर्मा बताते हैं कि भगवान भरोसे सैकड़ों परिवार को छोड़ दिया गया है सभी जान जोखिम में डालकर क्षेत्र में निवास कर रहे हैं
-संजय शर्मा स्थानीय
बांस बल्ली के सहारे आने जाने वाले रास्ते में तार झूल रहा है, लोग इसी रास्ते से आवाजाही करते हैं, झूलते हुए तार में 10 जगह जॉइंट है जो कि किसी व्यक्ति के शरीर पर अगर सट जाए तो व्यक्ति करंट की चपेट में आ सकता है उसकी मौत हो सकती है स्थानीय आंचल शर्मा बताती हैं कि सड़क पर उतर कर आने जाने वाले लोगों को सचेत करना पड़ता है ताकि कोई करंट की चपेट में ना आ जाए क्योंकि बांस बल्ली के सहारे सारे लोगों ने कनेक्शन लिया है उन्होंने कहा कि बिजली बिल का समय पर भुगतान करने के बावजूद स्थिति भयावह है कई बार स्थानीय लोगों ने विभाग के चक्कर लगाए जनप्रतिनिधियों के आगे गुहार लगाई पर पिछले कई वर्षों से उन्हें उनके हाल पर छोड़ दिया गया है
आंचल शर्मा स्थानीय
- अक्सर देखा जाता है की घटनाएं घट जाती है उसके बाद विभाग या जनप्रतिनिधियों की नींद खुलती है फिर आनन-फानन में कई बड़े कदम उठाए जाते हैं ऐसे में परसुडीह हलुदबनी ग्रामीण इलाकों का जो दृश्य दिख रहा है वैसी स्थिति पर तो बिना देर किए कदम उठाने की जरूरत है पिछले 10 वर्षों से विभाग या जनप्रतिनिधियों की मौन, विभाग के साथ-साथ जनप्रतिनिधियों की कार्यशैली पर सवाल खड़ा करती है इस संबंध में विद्युत कार्यपालक अभियंता से बात किए जाने पर उन्होंने कहा कि उन्होंने क्षेत्र का मुआयना किया है और ऐसी स्थिति पाई गई है कि जो की दुर्घटना को आमंत्रित कर रही है उन्होंने कहा आने वाले 10 दिनों के अंदर इस स्थिति से क्षेत्रवासियों को निजात मिल जाएगी विभाग इसके लिए पूरी तरह से सजग है आनंद कौशल विद्युत कार्यपालक अभियंता
पिछले 10 वर्षों की स्थिति में विभाग द्वारा 10 दिनों का समय और लिया गया है खैर देर आए दुरुस्त आए अगर समय रहते विभाग द्वारा स्थिति नही सुधारी गई तो किसी भी अनहोनी का जिम्मेदार विभाग ही होगा