
विगत 16 जून शुक्रवार से अखिल झारखंड विस्थापित अधिकार मंच के बैनर तले 84 मौजा 116 गांव के विस्थापितों ने अपने हक और अधिकार के विभिन्न मांगों को लेकर शांतिपूर्ण ढंग से चांडिल पुनर्वास कार्यालय के पास अनिश्चितकालीन धरना पर बैठे हुए थे। धरना के कई दिन बीत जाने के बाद भी विभाग की ओर से कोई खास पहल नहीं होने के कारण विस्थापितों ने चांडिल पुनर्वास कार्यालय के मुख्य गेट के पास झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन रांची के भाजपा सांसद संजय सेठ ईंचागढ़ विधानसभा के झामुमो विधायक सविता महतो का पुतला दहन किया। विस्थापितों ने कहा हेमंत सोरेन एवं विधायक सविता महतो ने विस्थापितों के साथ छल किया है उन्होंने कहा था उनकी सरकार बनने पर चांडिल डैम के विस्थापितों को न्याय मिलेगा। पुतला दहन के पश्चात चांडिल डैम के सैकड़ों विस्थापितों ने डैम के ऊपर अपनी मांगों को लेकर धरने में बैठ गए। जिसमें काफी संख्या में महिलाएं उपस्थित थी। डैम के ऊपर डेंजर जोन में धरने की सूचना मिलने पर चांडिल एसडीएम रंजीत लोहरा एसडीपीओ संजय कुमार सिंह अपने दल बल के साथ पहुंचे एवं धरने पर बैठे विस्थापितों से वार्ता कर समझाया। प्रशासन की ओर से प्रतिनियुक्त मजिस्ट्रेट ने लिखित रूप से विस्थापितों को आश्वासन दिया कि गुरुवार को विभाग के पदाधिकारी उनसे वार्ता करेंगे। इस आश्वासन के पश्चात विस्थापितों ने चांडिल डैम के ऊपर से उतरकर पुनर्वास कार्यालय के पास धरना स्थल पर पहुंचे। विस्थापितों ने कहा पुनर्वास कार्यालय में दलाल हावी है बिना दलाल के कोई कार्य पुनर्वास कार्यालय में नहीं होता।