डायन बिसाही के विरुद्ध चलाया जा रहा अभियान फिसड्डी, आधा दर्जन से अधिक डायन बिसाही से प्रताड़ित महिलाओं ने पद्मश्री छूटनी महतो के पास लगाई न्याय की गुहार।

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सरायकेला रिपोर्ट

सरायकेला -खरसावां जिला में जिला पुलिस द्वारा डायन कुप्रथा और डायन बिसाही के विरुद्ध चलाया जा रहा अभियान फेल होता दिख रहा है। विभिन्न थाना क्षेत्र में लगातार महिलाओं को डायन के नाम पर प्रताड़ित किए जाने का मामला सामने आ रहा है। इधर डायन बिसाही के आरोप में प्रताड़ित की गई आधा दर्जन महिलाओं ने पद्मश्री छूटने महतो के पास पहुंचकर न्याय की गुहार लगाते हुए शरण ली है।
डायन प्रताड़ित महिलाओं के संबंध में जानकारी देते हुए पद्मश्री छूटनी महतो ने बताया कि सरायकेला- खरसावां जिले के कई थाना क्षेत्रों से अक्सर इनके पास प्रताड़ित होकर महिलाएं पहुंच रही हैं। छुटनी महतो ने पुलिस- प्रशासन को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि थाना स्तर पर डायन बिसाही के आरोप में प्रताड़ित महिलाओं को न्याय नहीं मिल पाता, जिसके कारण वे इनके शरण में आती हैं। छूटनी महतो ने बताया कि शुरुआती दौर में ही थाना स्तर पर प्रताड़ित करने वाले महिलाओं के विरुद्ध पुलिस अगर कठोर कार्रवाई करेगी तो डायन बिसाही के मामलों में कमी आएगी।

इन महिलाओं को डायन बिसाही के नाम पर किया गया है प्रताड़ित

1.शांति देवी प्रति- उझल सिंह सरदार, ग्राम- निमाईडीह,पो०. कोलाबीरा, थाना सरायकेला जिला- सरायकेला-खरसावाँ (ड)

2.सोमोरनी लकड़ा, पति – पालरस लकड़ा

ग्राम- भजन पटका (हेस्लाटोली) पो. लाली

योना – टाटी सिलवे (नामकुम) जिला – राँची झारखण्ड

  1. लक्ष्मी मंडल पति कालीचरण मंडल

ग्राम पोठ धातकीडीह याता – गम्हरिया जिला. सरायकेला-खरसावाँ

4.करुणा महतो

पति – स्व० जनक किशोर

ग्राम + परे० – बड़ा माटी

थाना – कान्ड्रा, जिला- सरायकेला-खरसावाँ

5.बासन्ती नायक

पति- सदन नायक

ग्राम – गोविन्दपुर पाठे+भाना – सरायकेला

जिला – सरायकेला-खरसावाँ

  1. छुटका देवी

पति- मंगल महतो

ग्राम + पो० – कोलवीरा, थाना- सरायकेला जिला- सरायकेला-खरसावाँ (झारखण्ड

  1. ज्योत्सना बारीक

पति- हीरा बारीक

ग्राम – गोविन्दपुर

पौन थाना सरायकेला

जिला- सरायकेला-खरसावाँ, (झारखण्ड)

डायन बिसाही के नाम पर प्रताड़ित होकर कोलाबीरा के बीर बांस निवासी डायन बिसाही निवारण केंद्र संचालिका पद्मश्री छुटनी महतो कहती है कि डायन प्रताड़ित महिलाओं का साथ शासन-प्रशासन दे या नहीं ,लेकिन ये मरते दम तक प्रताड़ित महिलाओं के साथ खड़ी है। छुटनी ने कहा कि कड़े कानून बनाने से कुछ नहीं होगा, बल्कि कानून का शत-प्रतिशत पालन हो इसे लेकर प्रयास किए जाने चाहिए।

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