
बता दे शहर मे मौजूद अधिकतर सरकारी कालेज अब महाविद्यालय का दर्जा प्राप्त कर चुके हैं, और नए शिक्षा नीति के महाविद्यालयों मे 11 विं और 12 विं की कक्षाएं संचालित नहीं हो सकती, चुंकि शहर मे मौजूद तमाम स्कुल अभी तक पूर्ण रूप से 12 तक के पढ़ाई के लिए अपग्रेड नहीं हुए हैं जिस कारण से मैट्रिक की परीक्षा दे चुके छात्रों को अब कहीं नामांकन नहीं मिल रहा है, ऐसे मे विद्यार्थी परिषद इस समस्या के समाधान हेतु 11 विं के नामांकन महाविद्यालयों मे शुरू करने की मांग कर रहे हैं.