जमशेदपुर के साकची स्थित सीजीपीसी कार्यालय में रविवार को हुए बैठक के दौरान हंगामे के बाद सीजीपीसी प्रधान गुरमुख सिंह मुखे ने एक प्रेस वार्ता बुलाई. प्रेस वार्ता कर उन्होंने बताया कि बैठक के दौरान मानगो गुरुद्वारा प्रधान भगवान सिंह ने बाहरी लोग और असामाजिक तत्वों को बुलाकर जबरन हंगामा करवाया ताकि बैठक को भंग किया जा सके. उन्होंने बताया कि बैठक का मुख्य उद्देश्य नगर कीर्तन और आगामी चुनाव को लेकर था जिसमे सभी गुरुद्वारा के प्रधान और महासचिव को बुलाया गया था पर भगवान सिंह दूसरे समाज के लोगों को भी साथ ले आए थे.उन्होंने कहा कि मैने कभी नहीं सोचा की जबरन माला पहनकर प्रधान बनूँगा क्यों की मेरा शुरू से ही संविधान की बात करते रहा हूं और जो लोग पूर्व में प्रधान बनने के लिए इस तरह हथकंडे शैलेन्द्र सिंह,अपनाते रहे हैं उन्होंन कहा की सीजीपीसी के संविधान के अनुसार ही चुनाव किया जाना है. वे मानते है कि 31 अगस्त 2021 को ही उनका कार्यकाल समाप्त हो चुका है पर सीजीपीसी का चुनाव कोरोणा काल के कारणj नहीं हो सका. प्रशासन ने उन्हे अनुमति नहीं दी. अब इसको लेकर 20 अक्टूबर को पटना साहब में बैठक होगी जिसके बाद वे सभी प्रधान और महासचिव के साथ बैठक करेंगे.