राज्य सरकार के केबिनेट के द्वारा 1932 के खतियान के आधार पर स्थानीय नीति एवं ओबीसी को 27 प्रतिशत आरक्षण देने के प्रस्तान की मंजूरी देने के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के ननिहाल चांडिल जश्न में डूब गया। चांडिल मुख्य बाजार में झामुमो के वरीय नेता सुखराम हेम्ब्रम के नेतृत्व में झामुमो कार्यकर्ताओं ने जमकर जश्न मनाया। कार्यकर्ताओं आतिशबाजी की तथा लड्डू खिलाकर एवं एक दुसरे को रंग-गुलाल लगाकर ख्रुशी का इजहार किया। केबिनेट से मंजूरी मिलने के खबर मिलने के बाद कार्यकर्ता ढोल नगाड़ा के साथ सड़क पर उतर गये तथा जमकर नाचे एवं एक दुसरे को बधाई दिया। कार्यकर्ता पार्टी सुप्रीमो शिबू सोरेन तथा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का कट-आउट लेकर जश्न मना रहे थे। इस मौके पर सुखराम हेम्ब्रम ने कहा कि झारखंडियों के लिए आज का दिन एतिहासिक और खुशी का दिन है। राज्य की हेमंत सरकार ने यह निर्णय लेकर साहस का काम किया है। इस अवसर पर महेन्द्र महतो,शंकर हांसदा,उमेश सिंह मुंडा,सुनील बेसरा आदि कार्यकर्ता शामिल थे। इधर,
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के मामा चारू चंद्र किस्कू ने झामुमो कार्यकर्ताओं व स्थानीय ग्रामीणों के संग खुशियां मनाई तथा कांदरबेड़ा चौक में लोगों के बीच लड्डू बांटे तथा खुशी का इजहार किया।साथ ही जमकर आतिशबाजी किया। इस मौके पर झामुमो नेता तरूण डे,सोमनाथ हेम्ब्रम समेत कई झामुमो कार्यकर्ता शामिल थे.