रिपोर्टर जितेन सार
ग्राम प्रधान मुड़ा मुंडा, उनके बेटे सिंगा मुंडा और बहू सिदिमा देवी की बड़ी बेरहमी से हत्या कर दिए जाने की फैली खबर के बाद पूरे गांव में सनसनी फैल गयी। इल्जाम है कि गांव में यह फरमान जारी हुआ था कि इस ट्रिपल मर्डर के बारे में गांव के बाहर खासकर पुलिस को कोई कुछ नहीं बताये। मारे गए ग्राम प्रधान के एक रिश्तेदार बनापीढ़ी देवी ने अड़की के समाजसेवी मंगल मुंडा को इसकी जानकारी दी। यह खबर अड़की पुलिस तक पहुंच गयी। रात और घोर नक्सल इलाका होने के कारण पुलिस ने दिन में जाना बेहतर समझा। पुलिस के मन में एक ख्याल यह भी आया कि कहीं यह पुलिस को गांव बुलाने की साजिश तो नहीं। खूंटी पुलिस कप्तान अमन कुमार को जब इस बारे में पता चला तो पुलिस की एक बड़ी फौज गांव की ओर रुख कर गई। ट्रिपल मर्डर की यह सनसनीखेज वारदात खूंटी जिले के अड़की थाना क्षेत्र के कोदेलेबे गांव में हुई।
आशंका है कि इस संगीन वारदात को बुधवार को अंजाम दिया गया। घंटों तीनों डेड बॉडी घर में ही पड़ी रहीं। खबर है कि इन तीनों को तेज धार हथियार से काट डाला गया। सूत्रों के अनुसार ट्रिपल मर्डर की इस वारदात को छिपाने के लिए गांव में ग्राम सभा बुलायी गयी। ग्राम सभा से जुड़े लोगों ने मारे गए ग्राम प्रधान के रिश्तेदारों और गांव वालों को डराया-धमकाया कि यह बात बाहर नहीं जानी चाहिए। जिसके कारण घटना के बारे में पुलिस को कोई जानकारी नहीं दी गयी। पुलिस बेखबर रही। घटना के दूसरे दिन मारे गए ग्राम प्रधान के रिश्तेदार बनापीढ़ी देवी ने समाजसेवी मंगल मुंडा को फोन कर सबकुछ बता दिया। ग्राम प्रधान, उसके बेटे और बहु की हत्या किसने और क्यों की इसका अबतक खुलासा नहीं हो पाया। पुलिस जांच में जुटी है। पुलिस अपने स्तर से पूरे मामले की गहराई से तहकीकात कर रही है। खबर लिखे जाने तक किसी के पकड़े जाने की खबर नहीं थी।