मांग पत्र के माध्यम से इन्होने कहा है की लगान रशीद, जमीन ख़ारिज दाखिल जैसे कामों मे अंचल कार्यालय मे भ्रस्टाचार किया जाता है जिसपर अंकुश लगनी चाहिए, भू बंदोबस्ती के तहत वन अधिकार पट्टा भूमिहीन किसानो को नहीं मिल रहा है, जिससे ग्रामीण किसान परेशान है, जिसका भी समाधान करना चाहिए, वहीँ इन्होने तमाम बस्तियों का नाम हरिजन बस्ती रखे जाने को भी गलत बताते हुए इसे भी बदले जाने की मांग की.