बता दें की मंदिर दुर्गा पूजा कमिटी के लाइसेंसी राजू वाजपेयी है और दूसरे पक्ष मे मनोज वाजपेयी है, विपक्ष के मनोज वाजपेयी ने एक पत्रकार वार्ता कर बताया की विगत 38 वर्षो से राजू वाजपेयी कमिटी मे रहे हैँ लेकिन आज तक लेखा जोखा नहीं प्रस्तुत किया और उनकी तबियत भी इन दिनों ख़राब चल रही है, जिस कारण मंदिर के पुजारीयों के सहमति से नई कमिटी बनाई गई और यही नई कमिटी पूजा संपन्न करेगी, वहीँ उन्होने राजू वाजपेयी पर मंदिर परिसर मे अतिक्रमण करने का आरोप भी लगाया है. वहीँ लाइसेंसी राजू वाजपेयी ने अपने ऊपर लगाए गए तमाम आरोपों को गलत करार दिया है, उन्होने कहा की मंदिर सरकारी तंत्र के अधीन है और धालभूम अनुमंडल पदाधिकारी इसके चेयरमैन है, उन्होने कहा की उन्होने अनुमंडल पदाधिकारी को तमाम लेखा जोखा लगातार सौंपा है, और मनोज वाजपेयी मंदिर परिसर मे अपना दबदबा कायम करना चाहते हैँ जिस कारण इस तरह की हरकत वो कर रहे हैँ.