चांडिल। चांडिल डैम के विस्थापितों को आजतक उनका हक व अधिकार नहीं मिला। डैम निर्माण शुरू होने से लेकर अबतक विस्थापित दर दर की ठोकरें खाने को मजबूर हैं। दूसरी ओर ईचागढ़ विधायक सविता महतो भी हर साल ज्ञापन सौंपने की नौटंकी कर रहीं हैं। उक्त बातें आजसू पार्टी के सरायकेला खरसवां जिला प्रवक्ता जगदीश चंद्र महतो ने कहा है। प्रेस विज्ञप्ति जारी कर जगदीश चंद्र महतो ने कहा है कि विस्थापितों के मुद्दे को लेकर हर साल ज्ञापन सौंपने की नौटंकी को जनता जान चुकी हैं, इसलिए विधायक सविता महतो से अनुरोध है कि विस्थापितों को ठगना बंद करें। जगदीश चंद्र महतो ने कहा कि विस्थापितों के मुद्दे पर पिछले साल भी विधायक द्वारा मुख्यमंत्री, विभागीय सचिव और विभागीय अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा गया था लेकिन क्या हुआ था? पूरे ईचागढ़ ने देखा था। पिछले साल विधायक द्वारा ज्ञापन सौंपे जाने के बावजूद चांडिल डैम का जलस्तर बढ़ाया गया था और सैकड़ों विस्थापितों के घरों को डुबाया गया था। हेमंत सरकार की इस करतूत को हम ईचागढ़ वासी कभी नहीं भूलेंगे। जगदीश ने कहा कि विधायक सविता महतो के ज्ञापन सौंपे जाने के बाद भी जब पिछले साल डैम में 180 मीटर से अधिक जल भंडारण किया गया था तो इस साल पुनः ज्ञापन सौंपने की ड्रामेबाजी करने का कोई औचित्य नहीं है। उन्होंने कहा जिन विस्थापितों ने अपने पुरखों की कीमती जमीन डैम निर्माण के लिए दी है, उन्हें आजतक नौकरी नहीं मिली, पुनर्वास की सुविधा नहीं मिली। इस दिशा में विधायक सविता महतो क्यों नहीं मांग करती हैं? आखिर विधायक को जनता को बताना चाहिए कि वह विस्थापितों के नौकरी के पक्ष में हैं या नहीं। विधायक सविता महतो पिछड़ा आरक्षण के मुद्दे पर चुप्पी साधी हुई हैं, इससे प्रतीत होती हैं कि वह पिछड़ा आरक्षण के समर्थन में नहीं है। उसी तरह ईचागढ़ विधानसभा क्षेत्र के अनेकों ज्वलंत मुद्दों पर विधायक मौन धारण कर चुकी हैं।