(जिला ब्यूरो चीफ:- सुमन मोदक)
सरायकेला: सरस्वती शिशु मंदिर उच्च विद्यालय सरायकेला के शांतिकुंज में पूरे भव्य समारोह के साथ कक्षा दसवीं की माध्यमिक परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले भैया- बहनों के लिए मेधावी छात्र अभिनंदन समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में समाजसेवी राजेश साहू जी, विशिष्ट अतिथि के रूप में सरायकेला नगर पंचायत के उपाध्यक्ष श्रीमान श्री मनोज चौधरी जी, विद्यालय प्रबंध कारिणी समिति के अध्यक्ष श्री सिद्धार्थ शंकर सिंह देव जी, सचिव श्री रमानाथ आचार्य जी, उपाध्यक्ष श्री बिष्केशन सतपथी जी, कोषाध्यक्ष श्री प्रसाद महतो जी, प्रधानाचार्य श्रीमान श्री पार्थसारथी आचार्य जी, समिति के सदस्य चिरंजीवी महापात्र जी और गणेश कुमार सतपति जी उपस्थित थे। कार्यक्रम का शुभारंभ विशिष्ट अतिथियों के द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। बंदनापोरांत उपस्थित सभी विशिष्ट अतिथियों का सम्मान अंग वस्त्र और श्रीफल के देकर किया गया। इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य श्रीमान श्री पार्थसारथी आचार्य जी ने उपस्थित अतिथियों का परिचय कराए। अपने उद्बोधन में उन्होंने विद्यालय के सर्वोच्च प्रदर्शन के लिए सभी भैया- बहनों को बधाई दी और कहा कि जो पत्थर छेनी और हथौड़ी के मार से दर्द से कराह उठता है, वह कभी भी अच्छी मूर्ति के रूप में समाज में स्थापित नहीं होता और जो खेत हल चलाने से दुखी हो वह कभी फसल उत्पन्न नहीं कर सकता। हमारे भैया बहन वह पत्थर हैं जो हर एक दुख और दर्द को सहने की क्षमता रखते हैं और अंत में कामयाब होकर ही दम लेते हैं।कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विद्यालय प्रबंध कारिणी समिति के सचिव श्री रमानाथ आचार्य जी ने कहा की आज हमारे विद्यालय के भैया- बहनों ने जिले में उत्कृष्ट स्थान प्राप्त किया है। इसमें आचार्य दीदी जी के साथ उनके माता-पिता का विशेष योगदान है। शिशु मंदिर का उद्देश्य ऐसे वातावरण का निर्माण करना है जो सदाचार, संस्कार, ईमानदार, कर्मठ और देशभक्त व्यक्तित्व का निर्माण हो सके। आज के मुख्य अतिथि श्रीमान श्री राजेश साहू जी ने अपना विचार व्यक्त करते हुए कहा कि वर्तमान समय में शिशु मंदिर सरायकेला सबसे सस्ता, सुलभ और संस्कारवान शिक्षा देने के लिए तत्पर है। यहां के भैया- बहन देश ही नहीं विदेशों में भी उच्च पद पर रहकर विद्यालय और देश का नाम रोशन कर रहे हैं। तीन चार बच्चों से शुरू आज यह विद्यालय प्रगति के शिखर पर पहुंचने में कामयाबी हासिल की है। विशिष्ट अतिथि श्रीमान श्री मनोज कुमार चौधरी जी ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि बच्चों के सम्मान करने का तात्पर्य उन्हें आगे बढ़ने की प्रेरणा और प्रोत्साहन देना है। हमारी संस्कृति को आज विश्व पटल पर स्थान मिला है। इस संस्कृति को आगे बढ़ाने में हमारे आचार्य दीदी जी का महत्वपूर्ण योगदान है। अपने लक्ष्य निर्धारण के साथ कर्म करें सफलता अवश्य मिलेगी। विद्यालय प्रबंध कारिणी समिति के अध्यक्ष श्रीमान श्री सिद्धार्थ शंकर सिंहदेव जी ने बच्चों की उपलब्धि पर उन्हें धन्यवाद ज्ञापित किए और उसके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। अंत में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले सभी भैया बहनों के साथ उनके माता-पिता को विद्यालय की ओर से अंग वस्त्र के साथ सम्मनित किया गया।नीलम दीदी के द्वारा मंच संचालन किया गया। धन्यवाद ज्ञापन विद्यालय के उप प्रधानाचार्य श्री तुषार कांत पति जी ने किया। अंत में शांति पाठ के साथ कार्यक्रम की समाप्ति हुई।
